अगर आप जुम्मा मुबारक शायरी की तलाश में है तो आपको कही और जाने की जरूरत नहीं क्योकि आज हम आपके लिए Jumma Mubarak Shayari लेकर आ गए है जिसे आप निचे दिए गए Jumma Mubarak Shayari in Hindi पढ़ सकते है और इसे बस एक क्लिक पर अपने सोशल मीडिया अकाउंट से अपनों तक बहुत आसानी से शेयर कर सकते है
इस्लाम धर्म में [जुम्मा] यानि शुक्रवार को मनाया जाता है इस दिन मुसलमान वर्ग के लोग पैगम्बर हजरत मुहमद सलल्लाहु अलैहि व सलाम को नमाज अदा करके याद करते है जुमे के दिन साथ – साथ जुमे के नमाज का भी बड़ा प्रधानता है जुमे की नमाज इस्लाम धर्म के प्रमुख पहचान में से एक है जुमे के दिन स्नान करना यानि साफ़ सुथरा, [खुशबु, सुगंध] यानि अतर तेल लगाना साफ़ सफाई से पोशाक पहनना उसके बाद मस्जिद में जाकर अगली कतार में बैठने के लिए लोगो को कूद फांगकार ना जाना और नमाज कसरत [पाबन्दी] से पढ़ना चाहिए एक हदीश में बताया गया है की जुमे के दिन हर मस्जिदों पर फ़रिश्ते एंजेल खड़े होते है और जुमे के नमाज के लिए मस्जिद में आने वाले हर बन्दे का नाम लिखते है और तब तक लिखते है जबतक इमाम खुत्बा शुरू नहीं करते है इस दिन लोग एक जुट होकर अल्लाह को याद करते हुए अपना परेशानी का बोझ काम करते है और अल्लाह को याद करते हुए जुमे की नमाज को भाईचारा का भी समर्पित है।
इस्लाम में पांच वक़्त का नमाज पढ़ना बहुत जरुरी होता है पाचो वक़्त की नमाज में फर्ज की नमाज [तड़के], जुहर की नमाज [दोपहर], अस्त्र की नमाज [सूर्य ढलने से पहले], मगरिब की नमाज [सूर्य ढलने के बाद], ईशा की नमाज [रात्रि के वक़्त] अदा की जाती है।
1400 साल में पहली बार पैगम्बर मोहमद साहब ने कुबाह मदीने के नजदीक एक जगह पहली बार जुमे की नमाज अदा कराई थी मुफ़्ती अहमद गोड ने बताते हुए कहा है की जुमे की नमाज की शुरुआत आज से ठीक 1440 साल पहले हुई थी पैगम्बर हजरत मोहमद साहब ने मक्का से हिजरत कर मदिना जाने के रास्ता में मदीना से पहले एक [कुबाह] नामक स्थान पर पैगम्बर साहब के बेहद चाहने वाले लोग उनका इंतजार कर रहे थे तो जब पैगम्बर साहब कुबाह पहुंचे तो उस दिन जुम्मा का दिन था और दोपहर के जोहर के नमाज का वक़्त था तब उन्होंने वहॉ मौजूद निवासी को खुत्बा सुनाया और वही पर जुमे की नमाज भी अदा की और वही से जुमे की नमाज कहलाई इसलिए हर शुक्रवार यानि जुमे के दिन मुस्लमान अल्लाह से दुआ करते है और सप्ताह का हर शुक्रवार मुस्लमानो के लिए बहुत खास माना जाता है।
Jumma Mubarak Shayari
जीवन में कुछ अच्छे कर्म भी कर लिया करो,
गरीबों के लिए भी इक दुआ पढ़ लिया करो.
कर लेता हूँ बर्दाश्त हर दर्द इसी आस के साथ,
कि ख़ुदा नूर भी बरसाता है आजमाइशों के बाद.
ऐ ख़ुदा मौका देना सफर-ए-मक्का का,
सुना है जन्नत जैसा नजारा है वहाँ का.
Jumma Mubarak Shayari in Hindi
ख़ुदा के सजदें में जब मैं सिर को झुकाता हूँ,
मैं अपने सारे दुःख-दर्दों का हल पाता हूँ.
वो चमक चाँद में है न सितारों में हैं,
जो मदीने के दिलकश नजारों में हैं,
बेजुबान पत्थरों को भी बख्श दी जुबान
इतनी ताकत मेरे नबी के इशारों में हैं.
फना इतना हो जाऊँ मैं तेरी ज़ात पर ए अल्लाह,
जो मुझे देख ले, उसे तुझसे मोहब्बत हो जाय….
Jumma Mubarak Shayari Status
मौत तो आनी ही है,
ए खुदा!
क्यू न सजदे में आ जाये।
वो चमक चाँद में है न सितारों में है,
जो मदीने के दिलकश नज़ारों में है,
बेज़ुबान पत्थरों को भी बख़्श दी ज़ुबान,
इतनी ताकत मेरे नबी के इशारों में है….
सर झुकाने की खूबसूरती भी
क्या कमाल की होती हैं,
धरती पर सर रखों और
दुआ आसमान में कुबूल हो जाती हैं।
Jumma Mubarak Shayari sms
नन्हे बच्चों ने भी देख तेरी बारगाह मे दुआ मे हाथ उठाया है,
अल्लाह राज़ी हो जा रमज़ान अलविदा के मुक़ाम पे आया है।
तुम्हारा रब ख़ूब जानता है,
तुम्हारे दिलों में क्या है।
खिलाफ सारा जहाँ भी हो जाये,
लेकिन आपका यकीन होना चाहिए
के अल्लाह आपके साथ है
Jumma Mubarak Shayari Love
मुझे क्या हक़ में किसी को मतलबी कहूं,
मैं खुद ही “खुदा” को मुसीबत में याद करता हूं।
जितना भी दिया अल्हम्दुलिल्लाह
किसी के आगे झुकने न दिया अल्लाह।
मेरी खाली झोली में दुआ के अल्फाज़ डाल दो,
क्या पता तुम्हारे होठ हिले और मेरी तकदीर संवर जाए.|
Jumma Mubarak Shayari dp
जो किस्मत में न हो वोह रोने से नहीं मिलता
मगर दुआ से मिल जाता है.|
बाह रही अजीब हैं नादान-ए-दिल की खवाइश या
रब अमल कुछ नहीं और दिल तलबगार हैं
रब से जब भी मांगो रब को ही मांगो,
जब रब तुम्हारा होगा तो सब तुम्हारा होगा.|
Jumma Mubarak Shayari 2022
तुम अल्लाह को याद रखों अल्लाह तुम्हे याद रखेगा.
हर किसी के लिए दुआ किया करों.|
पूरा जीवन बीत जाए ख़ुदा की बंदगी में,
पाँचों वक्त का नमाज अदा हो इस जिंदगी में.
अपने रब से मांगो की ना
वो औकात देखता है ना ज़ात.|
Jumma Mubarak Shayari Quotes
इस जुम्मे में आपकी
दुआएं हो जाएगी कबूल
एक बार खुदा के सजदे
में दिल तो लगाओ..!
नेक नियत से किसी
काम का आगाज करो
फिर मदद करने के लिए
फ़रिश्ते भी चले आएंगे..!
ए खुदा मेरे यार की मांगी
हुई हर दुआ कबूल कर दे
अपनी रहमतो से उसकी
खुशियो की झोली भर दे..!
Jumma Mubarak Shayari Dua
अपने रब से न
कभी आप शिकायत करे
आज जुम्मा है दिल से
नफरत और फरेब को दूर करे..!
लोग जुम्मा पढ़कर रब से
ना जाने क्या-क्या मांगेंगे
हम जुम्मा पढ़कर खुदा से सिर्फ
तुम्हारी सलामती की दुआ मांगेंगे..!
तबीयत से पढ़ना अल्फाज
तेरी किस्मत बदल जाएगी
सच्ची याद में रखना उस खुदा को
तो जिंदगी की तस्वीर बदल जाएगी..!
Jumma Mubarak Shayari Text
अस्सलामु अलैकुम
जुम्मा मुबारक
दुआ में याद रखना
दुनिया की सबसे बेहतरीन, खूबसूरत और हसीन
निअमतों में से एक निअमत नमाज है।
जो सुकून उसमे हैं
वैसा सुकून कहीं नहीं
पूरा जीवन बीत जाएँ ख़ुदा की बंदगी में,
पाँचों वक्त का नमाज अदा करू जिंदगी में.
Jumma Mubarak Shayari 2 Line
ऐ ख़ुदा मौका देना सफर-ए-मक्का का,
सुना है जन्नत जैसा नजारा है वहाँ का.
तू अगर मुझे नवाजता है तो ये तेरा करम है या रब,
वरना तेरी रहमतो के काबिल मेरी बंदगी नहीं.
ईमान में ही कोई कसर होता हैं,
वरना दुआओं का खूब असर होता हैं.
Jumma Mubarak Shayari Instagram
ख़ुदा की रहमत सभी पर बरसे,
दो वक्त की रोटी के लिए कोई न तरसे.
अंधेरों को नूर देता हैं,
उसका जिक्र सुरूर देता हैं,
उसके दर पर जो भी मांगता हैं
खुदा उसे जरूर देता हैं.
जब रन राजी होने लगता है तो
बंदे को अपने ऐबों का पता चलना शुरू हु जाता है
और ये इसकी रहमत की पहेली निशानी है
Jumma Mubarak Par Shayari
काश उनको भी याद आऊ मैं जुम्मा की दुआओं में,
जो अक्सर मुझसे कहते है दुआओं में याद रखना.
नहीं मायूस मैं अपने खुदा से,
बदल जाती है किस्मत दुआ से.
हमारी तो दुआ है ये कोई गिला नहीं,
वो फूल जो आज तक यहाँ खिला नहीं,
खुदा करे आपको वो सब कुछ मिले,
जो आज तक किसी को कभी मिला नहीं.
Best Jumma Mubarak Shayari in Hindi
आज तो मेरी हक में कर देना दुआ सुना है
यह बोहुत क़बूल्यात का होता है
चार चीज़ों को खूब संभाल क रखो नमाज़ में दिल को
तन्हाई में सोच को महफ़िल में जुबां को रास्ते में नीगाह को
सुकून” और “प्यार” ये चीज़ें ज़िन्दगी मैं ख़ूबसूरत बनती हैं,
अल्लाह पाक आप की ज़िन्दगी मैं किसी एक की भी कमी न करे.
अमीन
Latest Jumma Mubarak Shayari in Hindi
इन्सान का मुक़द्दर उतनी बार बदलता है
जितनी बार वो अपने रब से दुआ करता है
काश उनको भी याद आओ मै जुम्मा की दुआ में
जो अक्सर कहते है मुझसे दुआ में याद रखना
बेशक जिंदगी थका देने वाली है
और जब थक जाओ तो अपने रब को याद करो
क्योंकि सुकून तो अल्लाह की याद में ही है
Jumma Mubarak Shayari Hindi Mein
ऐ अल्लाह एक मौका हमको भी दे सहरे-मक्का का
सुना हैं तेरे घर और जन्नत में कोई फर्क नहीं
आज तो मेरी हक में कर देना दुआ सुना है
यह बोहुत क़बूल्यात का होता है
अस्सलाम वालेकुम
हर किसी के लिए दुआ किया करो
किया पता किसी की किस्मत
तुम्हारी दुआ का इंतज़ार कर रही हो
New Jumma Mubarak Shayari in Hindi
कर लेता हूँ बर्दाश्त हर दर्द इसी आस के साथ,
कि ख़ुदा नूर भी बरसाता है आजमाइशों के बाद.|
जुम्मा तुल विदा मुबारक सभी दोस्तों को
अल्लाह हम आप सभी की रमज़ान
की इबादतें कुबूल फरमाए आमीन
अल्लाह सब के साथ हैं
तस्वीर ए कैनात का अक्स हैं अल्लाह
दिल को जो जगा दे वो एहसास हैं अल्लाह
ए बाँदा ए मोमिन तेरा दिल क्यों उदास हैं
दिल से ज़रा पुकार तेरे पास हैं अल्लाह
Also Read:
Attitude Shayari For Boys in Hindi
Attitude Shayari For Girls in Hindi
Conclusion
इस पोस्ट में हमने जुम्मा मुबारक शायरी (Jumma Mubarak Shayari in Hindi) साझा किये हैं कुछ बेस्ट और लेटेस्ट अपडेट शायरी पेश किये है अगर आपको हमारा शायरी अच्छा लगा है तो अपने करीबी दोस्तों को जरूर भेजे|