Naqaab Shayari in Hindi: क्या आप नकाब शायरी ढूंढ रहे हैं यदि हम तो आप बिल्कुल सही जगह पर आए हैं क्योंकि लेख में हमने अनेकों नकाब शायरी साझा किए हैं जिसे आप नीचे स्क्रॉल कर पढ़ा सकते हैं।
नक़ाब वाले को गुमनाम रखने में मदद करता है और उन्हें पहचाने जाने से बचाता है। इसके अतिरिक्त, यह हानिकारक वायुजनित कणों और यूवी किरणों से भी रक्षा कर सकता है। यह शालीनता और गरिमा दिखाने का एक तरीका हो सकता है। और कुछ के लिए, यह केवल व्यक्तिगत वरीयता का मामला हो सकता है। कारण जो भी हो, नक़ाब कई लोगों के जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हो सकता है।
Naqaab Shayari
बड़ी आरज़ू थी मोहब्बत को बेनकाब देखने की,
दुपट्टा जो सरका तो जुल्फें दीवार बन गयीं..!!
तूने छुआ मेरी रूह को, कुछ इस तरह,
कि सदियों तक वो तेरी ग़ुलाम बन गई..!!
ये अदाए, ये मुस्कराहट, ये मस्त निगाहें,
नकाब ओढ़ लिजिये, कही हम उजड़ ना जाए..!!
Naqaab Shayari in Hindi
नक़ाब-ए-रुख़ उठाया जा रहा है
वो निकली धूप साया जा रहा है..!!
डर जाता हूँ देख उसे ख्वाब में,
जब प्रेम आता है दोस्ती के नकाब में..!!
अगर मैं जानता हूँ कि प्यार क्या है,
तो इसकी वज़ह सिर्फ तुम हो..!!
Chehre Pe Naqaab Shayari
तेरे क़ुर्बान ‘क़मर’ मुँह सर-ए-गुलज़ार न खोल,
सदक़े उस चाँद सी सूरत पे न हो जाए बहार..!!
नक़ाब उन ने रुख़ से उठाई तो लेकिन
हिजाबात कुछ दरमियाँ और भी हैं..!!
बड़ी आरज़ू थी मोहब्बत को बेनकाब देखने की,
दुपट्टा जो सरका तो जुल्फें दीवार बन गयीं..!!
Naqaab Love Shayari
मुझको ये आरज़ू वो उठाएं नकाब खुद,
उन को ये इंतज़ार तकाजा करे कोई..!!
वो पास बैठे तो आती है दिलरुबा खुशबू
वो अपने होंठों पे खिलते गुलाब रखते हैं..!!
ख़ूब पर्दा है कि चिलमन से लगे बैठे हैं
साफ़ छुपते भी नहीं सामने आते भी नहीं..!!
Naqaab Shayari With Images In Hindi
हज़ार चेहरे हैं मौजूद आदमी ग़ाएब
ये किस ख़राबे में दुनिया ने ला के छोड़ दिया..!!
आँखें ख़ुदा ने दी हैं तो देखेंगे हुस्न-ए-यार
कब तक नक़ाब रुख़ से उठाई न जाएगी..!!
उनके खूबसूरत चेहरे से नकाब क्या उतरा,
जमाने भर की नीयत बेनकाब हो गई..!!
चेहरे पर नकाब शायरी
है देखने वालों को सँभलने का इशारा
थोड़ी सी नक़ाब आज वो सरकाए हुए हैं..!!
लहजे में बदजुबानी, चेहरे पर नकाब लिए फिरते हैं,
जिनके खुद के बहीखाते बिगड़े है, वो मेरा हिसाब लिए फिरते हैं..!!
वो बे-नकाब जो फिरती है गली-कूंचों में,
तो कैसे शहर के लोगों में क़त्ल-ए-आम न हो..!!
Girls Naqaab Shayari in Hindi
सरकती जाए है रुख़ से नक़ाब आहिस्ता आहिस्ता
निकलता आ रहा है आफ़्ताब आहिस्ता आहिस्ता..!!
दिल के बाज़ार में दौलत नही देखी जाती।
प्यार अगर हो जाये तो सूरत नही देखी जाती..!!
अभी रात कुछ है बाक़ी न उठा नक़ाब साक़ी
तिरा रिंद गिरते गिरते कहीं फिर सँभल न जाए..!!
Naqaab Shayari Status in Hindi
अपनी मोहब्बत पे इतना भरोसा तो है मुझे,
मेरी वफायें तुझे किसी और का होने न देंगी..!!
नक़ाब-ए-रुख़ उठाया जा रहा है
वो निकली धूप साया जा रहा है..!!
दीदार से पहले ही क्या हाल हुआ दिल का
क्या होगा जो उल्टेंगे वो रुख़ से नक़ाब आख़िर..!!
Face Naqaab Shayari
तुम्हारी फिक्र है मुझे इसमे कोई शक नही,
तुम्हे कोई और देखे किसी को ये हक नही..!!
तुम जो पर्दे में सँवरते हो नतीजा क्या है
लुत्फ़ जब था कि कोई देखने वाला होता..!!
तुम जो पर्दे में सँवरते हो नतीजा क्या है
लुत्फ़ जब था कि कोई देखने वाला होता..!!
नकाब की शायरी
समझता ही नहीं वो मेरे अलफ़ाज़ की गहराई,
मैंने हर लफ्ज़ कह दिया जिसे मोहब्बत कहते है..!!
वह लोग कभी नहीं रूठते
जिन को मनाने वाला कोई ना हो..!!
जब चाँद आसमान में होगा शबाब पर
तब हम ग़ज़ल कहेंगे तुम्हारे नक़ाब पर..!!
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Final Words
दोस्तों, मुझे उम्मीद है कि ऊपर दिए गए सभी Naqaab Shayari in Hindi को पढ़कर आपको अच्छा लगा होगा और नकाब कई लोगों के लिए क्यों बहुत जरूरी है इसका पता चला होगा। इस लेख को अपने दोस्तों और परिवार के साथ जरूर शेयर करें। हमारे साथ अंत तक बने रहने के लिए आपका धन्यवाद!